राजा यहोयाकीन के बंदी बनाए जाने के पुरातत्व सबुत
दानिएल यहूदी परिवार से था, जिसे लड़कपन में ही बंदी बनाकर बेबोलियोन ले लिया गया था। राजा यहोयाकीन के समय 605 ई.स.पू. में यहूदी में पहला बांदीवास हुआ था। बेबोलियोन के पतन तक दानिएल ने अपनी सेवाकाई दी। उसकी आखरी भविष्यवाणी की तिथि 536 ई.स.पू हो सकती है जब वह लगभग 80 साल का होगा।
नीचे दिए हुए एक तस्वीर नबुखदनेस्सर द्वितीय छाप की प्रतिकृति है (605-562 ई.स.पू) इस पर लिखा हुआ है: "नबूखदनेस्सर, बाबुल का राजा जो बाबुल के राजा नबोपलासर के सबसे बड़े बेटे एसगिला और एज़िदा के लिए प्रदान करता है, मैं हूँ।"
दानिएल को नबुखदनेस्सर राजा के द्वारा राजा यहोयाकीन के साथ बंदी बनाकर ले जाया गया था। क्यूनिफर्म टैबलेट के नीचे बाए ओर यहोयाकीन राजा और उसके वारिस के नामों का उल्लेख किया गया है। ऐसे कई टैबलेट मिले है जिसमे 2 राजा 25:27-30 मे वर्णित योयाकिम बंदी बनाया जाने का उल्लेख हो। कोई भी मौजूद क्यूनिफ़ॉर्म दस्तावेज़ उनके जीवन या कर्मों के बारे में कुछ भी रिकॉर्ड नहीं करते हैं (हालांकि कुछ लोग ब्रिटिश संग्रहालय में "नब्बू-सुमा-यूके" दस्तावेज़ के बारे में सोचते उसमें उसके बारे में कुछ हैं)। नबूकदनेज़र की नीतियों में जो सुधार किया गया वह बाइबल में दर्ज है - जहाँ अमेल-मर्दुक को एवील्मरोदक कहा जाता है:
फिर यहूदा के राजा यहोयाकीन की कैद के तैंतीसवें वर्ष में अर्थात् जिस वर्ष बेबीलोन का राजा एवील्मरोदक राजगद्दी पर विराजमान हुआ, उसी के बारहवें महीने के सत्ताईसवें दिन को उसने यहूदा के राजा यहोयाकीन को बन्दीगृह से निकालकर बड़ा पद दिया। उससे मधुर मधुर वचन कहकर जो राजा उसके संग बेबीलोन में बन्दी थे उनके सिंहासनों से उसके सिंहासन को अधिक ऊँचा किया। यहोयाकीन ने बन्दीगृह के वस्त्र बदल दिए, और उसने जीवन भर नित्य राजा के सम्मुख भोजन किया; और प्रतिदिन के खर्च के लिये राजा के यहाँ से नित्य का खर्च ठहराया गया जो उसके जीवन भर लगातार उसे मिलता रहा।
(, 2 राजा 25:27-30, यिर्मयाह 52: 31-34 भी देखें)
(क्रेडिट: चित्र फिलिप क्लर्क)
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