तुरही संख्या |
विवरण |
घटना/प्रतीक |
बाइबल संदर्भ |
पहली तुरही |
ओले और आग |
पृथ्वी का एक तिहाई भाग नष्ट |
प्रकाशितवाक्य 8:7 |
दूसरी तुरही |
आग से जलता पहाड़ |
समुद्र का एक तिहाई भाग रक्त में बदल गया |
प्रकाशितवाक्य 8:8-9 |
तीसरी तुरही |
धधकता तारा "अबसिन्थ" |
नदियों और जल स्रोतों का एक तिहाई विषैला हो गया |
प्रकाशितवाक्य 8:10-11 |
चौथी तुरही |
सूर्य, चंद्रमा और तारों पर आघात |
प्रकाश का एक तिहाई भाग अंधकारमय |
प्रकाशितवाक्य 8:12 |
पाँचवीं तुरही |
अंधकार का गड्ढा खुला |
टिड्डियाँ निकलीं जो मनुष्यों को कष्ट देती हैं |
प्रकाशितवाक्य 9:1-11 |
छठी तुरही |
चार दूतों का बंधन खुला |
पृथ्वी की एक तिहाई जनसंख्या मारी गई |
प्रकाशितवाक्य 9:13-21 |
सातवीं तुरही |
परमेश्वर का राज्य स्थापित |
स्वर्ग में स्तुति और न्याय की घोषणा |
प्रकाशितवाक्य 11:15-19 |
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