लूका की ऐतिहासिक सत्यता (HISTORICAL CHRONICLE OF LUKE)
प्रारम्भिक समयों में लूका नामक एतिहासिक व्यक्ति, जिसने बाइबिल में स्थित लूका रचित सुसमाचार एवं प्रेरितों के कार्य नामक पुस्तक लिखी, को शंकास्पद मानते रहे। चूँकि इस नाम के नगर, व्यक्ति अथवा स्थान के पाये जाने के कोई प्रमाण नहीं थे। किन्तु आज पुरातात्विक खोजों के आधार पर यह साबित होता है कि उक्त पुस्तक लूका नामक व्यक्ति द्वारा ही लिखी गयी।
उन्नीसवीं शताब्दी के मध्य में हुए एक जर्मन निवासी महान पुरातत्ववेत्ता स्वर्गीय सर विलियम रेमसे जिनका विचार था कि नये नियम में स्थित पुस्तकें एतिहासिक दस्तावेज नहीं है। इस आधार पर उन्होंने एशिया मायनर में प्रमाणों की खोज की और प्राप्त प्रमाणों ने उनके विचारों को बदल दिया। सर विलियम रेमसे के अनुसार “मैंने इस कार्य को पूर्वाग्रह से प्रेरित होकर प्रारम्भ किया, तुबिनजन परिकल्पना ने मुझे प्रभावित किया। तब यह मेरे जीवन में सूक्ष्म खोज का विषय नहीं था, किन्तु शीघ्र ही मैंने पाया कि प्रेरितों के कार्य पुस्तक क्षुद्र एशिया की स्थलाकृति विज्ञान (Topography), पुरावशेष एवं सामाजिक संरचना से सम्बन्धित है। जब मुझे वर्णनों की सत्यता का ज्ञान हुआ तब मुझमें इस विचार ने जन्म लिया" । लूका नाम की सत्यता का प्रमाण एतिहासिक व्यक्तियों की सूची एवं विभिन्न स्थानों जैसे थुस्सलुनीके, पोलितआर्क, इफिसियों, साइप्रस, एवं माल्का आदि द्वीप में प्रथम इन्सान एवं शासकीय आधिकारिक शीर्षकों तथा उपाधियों में पाया जाता है।
यीशु मसीह की सेवकाई में लूका की बुलाहट (लूका 3:1) में पाया जाता है कि "अबिलेने में लिसानियास चौथाई का राजा था"। देमस्कस के निकट एक मंदिर के समर्पण में सन् 14-37 का एक शिलालेख प्राप्त हुआ, जिसमें अंकित पाया गया कि लिसानियास अबिले के चौथाई राजा था। यह प्रमाण लूका के नाम एवं पुस्तक की सत्यता को प्रमाणित करती है। प्रेरितों के कार्य पुस्तक के 18:12-17 के संदर्भ के अनुसार पौलुस प्रेरित अखाया के राज्यपाल गल्लियों के समक्ष पेश किया गया। इस घटना को पुरातत्ववेत्ता इस तरह प्रमाणित करते हैं कि डल्फिया से प्राप्त सम्राट क्लॉदियस के पत्र के अनुसार “लूसियो जुनिअस गल्लियो, जो कि मेरा मित्र एवं अखाया का राज्यपाल है....” पुरातत्ववेत्ता इस पत्र का काल निर्धारण सन् 52 करते हैं। जिस समय प्रेरित जीवित थे।
प्रेरित 19:22 एवं रोमियों 16:24 के अनुसार इरास्तुस जिसका वर्णन प्रेरित पौलुस के सहकर्मी और कुरिन्थियों नगर के भण्डारी के रूप में किया गया। सन् 1928 में पुरातत्ववेत्ताओं द्वारा कुरिन्थियो नगर की रंगशाला की खुदाई के दौरान पाये गये शिलालेख में यह लेख पाया गया कि “इरास्तुस ने अपने भण्डारीपन के चलते, स्वयं खर्च वहन किया"। यह खर्च सन् 50 में चुकता किया गया।
प्रेरितों की पुस्तक 28:7 में प्रेरित लूका द्वारा पुबलियुस नामक व्यक्ति जो कि माल्टा के द्वीप का मुखिया था, का वर्णन किया गया। माल्टा द्वीप की नवीनतम स्रोतों से यह पुबलियुस नाम 'प्रथम मानव' उपाधि से युक्त, जो कि मुखिया की उपाधि है, पाया गया।
उपरोक्त प्रमाणों के अतिरिक्त लूका नाम बत्तीस देश, चौअन शहरों एवं नौ द्वीपों में बिना किसी दोष के प्रचलन में पाया गया।
(Credit: Jonson Paul - Archaeology and the Bible)
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