दिरबे (DERBE)
नये नियम में वर्णित इस नगर की वास्तविक स्थिति की जानकारी भ्रमपूर्ण है सामान्य इतिहास में वर्णित 'यह नगर प्रसिद्ध बन्दिती के समय काल में किलायुक्त था, जिसे गलातियों के अन्तिम राजा अमीनतास द्वारा जीता गया' के आधार पर दिरबे नगर को चिन्हित किया गया। अधिक सम्भव वह टीला है जो लिस्त्रे से 15 मील दक्षिण पूर्व में स्थित है। यहाँ सन् 157 में अन्तोनियस पीयुष के सम्मान में दिरबे मंत्री परिषद एवं लोगों की ओर से एक शिलालेख पाया गया। इसके अतिरिक्त रोमी साम्राज्य का मील का पत्थर बर्तन के टुकडे एवं सिक्के भी पाये गये। जो कि यह प्रमाणित करते हैं कि दिरबे नगर रोमन काल में भलि-भाँति बसा हुआ था। आज हम सन् 381 से 672 के मध्य हुए नगर के 4 बिशपों के बारे में भी जानते हैं।
बाइबिल दृष्टिकोण से दिरबे नगर का महत्व इसलिए है कि बरनबास और प्रेरित पौलुस इस नगर का भ्रमण किया था। “जब अन्य जाति और यहूदी लोगों ने उनका अपमान करने और उन पर पथराव करने के लिए अपने अगुवों के साथ षडयंत्र रचा तब वे (पौलुस और बरनबास) इस बात को जान गए। वहाँ से वे लुकाउनिया के लुना और दिरबे नगरों में और आसपास के क्षेत्रों में भाग गए, और वहाँ सुसमाचार सुनाने लगे” (प्रे. 14:5-7,20,21)। पौलुस के साथ दिरबे नगर का गयुस नामक व्यक्ति भी था (प्रे. 20:4)। पौलुस द्वारा दुबारा दिरबे नगर का भ्रमण किया गया (प्रे. 16:1)।
0 Comments