‘अनजाने देवता की वेदी’ पुष्टीकरण

 ‘अनजाने देवता की वेदी’ पुष्टीकरण

(प्रेरितो के काम की किताब की प्रामानिकता के सबुत)
क्योंकि मैं फिरते हुए जब तुम्हारी पूजने की वस्तुओं को देख रहा था, तो एक ऐसी वेदी भी पाई, जिस पर लिखा था, ‘अनजाने ईश्‍वर के लिये।’ इसलिये जिसे तुम बिना जाने पूजते हो, मैं तुम्हें उसका समाचार सुनाता हूँ। प्रेरित 17:23
प्रस्तुत वचन ऐसी वेदी के बारे में बताता है, ‘जो अनजाने ईश्वर के लिये’ समर्पित थी।
यह प्रेरितो के काम पुस्तक में की महत्वपूर्ण घटना है, पौलुस अथेंस में था और यह नगर अनेक मुरतों भरा हुआ था। पौलुस वहापर सुसमाचार सुनाने लगा। तब इपकुरी और स्तोईकी उसके साथ विवाद किया। पौलुस को अपनी बात रखने का मौका दिया गया। इसिलिये उसे अरियुपगुस की सभा में ले जाया गया। जहापर पौलुस बडी ही चतुरता के साथ सुसमाचार सुनाया।
पौलुस ने प्रभु येशु के दैवत्व और उध्दार के कार्य को बताने के लिये उन ही के बीच में मौजुद एक वेदी का उपयोग किया जो ‘अनजाने ईश्वर के लिये’ थी। पौलुस वह अनजान ईश्वर प्रभु यीशु के और निर्देश कैसे करता है यह स्पष्ट किया। पौलुस के भाषण का मजाक उडाया गया। लेकिन कुछ लोगो ने विश्वास किया। (प्रेरित 17:22-34)
पुरातत्व खोजकर्ताओ को एक वेदी प्राप्त हुई जो ‘अनजाने ईश्वर के लिये’ समर्पित थी। यह वेदी किसी भी रोमी, देवी या देवता को समर्मित नहीं थी जो उस समय रोमियो द्वारा पुजे जाते थे।


उस वेदी पर खुदा हुआ लेख यह बताता है, ‘ किसी देवता या देवी के लिये’ और आगे इसके स्थापना करने वाले का नाम लिखा है। यह वेदी 1820 में ‘ पलेटाईन हिल’ पे पाई गई है। इस वेदी को लेकर हम प्रारम्भिक लेखको के द्वारा पुष्टीकरण को पाते है, वह इसप्रकार से है, ‘पौसनिअस’ अपने ‘ग्रीस के विवरण’ में और ‘फिलोस्त्रातुस’ अपनी रचना ‘त्याना का अप्पोलोनिस’ में यह ‘वेदी अनाजाने देवता’ के लिये थी, यह पुष्टी करते है। * (*संदर्भ: 'बाईबल बिलिव्हर्स आर्किओलोजी')
(लेख संपादन: संदिप कांबळे)

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